दुःख में ख़ुशी की वजह बनी है मोहब्बत ,
दर्द में यादो की वजह बनी है मोहब्बत ,
जब कुछ भी ना रहा था अच्छा इस दुनिया में,
तब हमारे जीने की वजह बनी है यह मोहब्बत .
वो लाख तुझे पुजती होगी मगर तू खुश न हो ऐ ख़ुदा ,
वि मन्दिर भी जाती है तो मेरी गली से गुजरने के लिए .
वो जान गयी थी हमें दर्द में मुस्कराने की आदत है ,
वो रोज नया जख्म देती थी मेरी ख़ुशी के लिए .
सफर मोहब्बत का दुश्वार कितना है ,
मगर देखना है कोई वफादार कितना है ,
यही सोच कर कभी उसे नही माँगा हमने ,
उसे आजमाना है की वो मेरा तलबगार कितना है.
हिंदी शायरी - न्यू कलेक्शन
Reviewed by Virendra Singh
on
July 05, 2017
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